Mbns news रायपुर|| मुंबई ।
साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच विश्वकप का मुकाबला खेला गया. इस मुकाबले को डिफेंड करते हुए साउथ अफ्रीका ने 229 रनों से जीत लिया है. जो इस विश्वकप में अब तक की सबसे बड़ी जीत है. इस मुकाबले में साउथ अफ्रीकी गेंदबाज कहर बनकर टूटे और इंग्लैंड को 170 रन पर ढेर कर दिया. साउथ अफ्रीका की ओर से हेनरिक क्लासेन ने तूफानी शतक जमाया. वहीं साउथ अफ्रीका के लिए गेराल्ड कोएत्जी ने 4 ओवर में 35 रन देकर 3 विकेट चटकाए।
साउथ अफ्रीकी टीम ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद 7 विकेट पर 399 रनों का विशाल स्कोर बनाया. इसके बाद इंग्लिश टीम 22 ओवर ही बल्लेबाजी कर पाई और 170 रन बनाकर आउट हो गई. 400 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की बल्लेबाजी बेहद फ्लॉप साबित हुई. टीम के लिए सबसे ज्यादा रन मार्क वुड ने बनाए. वह 17 गेंदों पर 43 रन बनाकर नाबाद लौटे. उन्होंने अपनी पारी में 2 चौके और 5 छक्के जड़े. उनके अलावा गस एटकिंसन ने 35 रन जोड़े. इंग्लैंड ने अपने 8 विकेट 100 रन तक गंवा दिए थे. फिर एटकिंसन और मार्क वुड ने 9वें विकेट के लिए 70 रन जोड़े. रीस टॉपले चोट के कारण बल्लेबाजी को नहीं उतरे।
इससे पहले हेनरिक क्लासेन (Heinrich Klaasen) की आतिशी शतकीय पारी और मार्को यानसेन (Marco Jansen) के साथ छठे विकेट के लिए 77 गेंद में 151 रन की साझेदारी से दक्षिण अफ्रीका ने 7 विकेट पर 399 रन बनाए, ये वनडे वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका का सर्वोच्च स्कोर है. क्लासेन ने अपनी चौथी शतकीय पारी के दौरान 4 छक्के और 12 चौके जड़े. उन्होंने 67 गेंद में 109 रन बनाए. वहीं, यानसेन ने 42 गेंद की नाबाद पारी में 3 चौके और 6 छक्के की मदद से 75 रन जोड़े जो उनके करियर का पहला अर्धशतक है।
इससे पहले रीजा हेंड्रिक्स (75 गेंद में 85 रन) और रासी वेन डर डुसेन (61 गेंद में 60 रन) ने दूसरे विकेट के लिए 121 रन की साझेदारी कर बड़े स्कोर की नींव रखी. क्लासेन को उमस भरी गर्मी में अपनी पारी के दौरान नियमित रूप से तरल पदार्थ के सेवन करते देखा गया. वह ऐंठन की समस्या के बीच मैदान पर डटे रहे. वही दूसरी ओर इंग्लैंड के कुछ गेंदबाजों को मैदान से बाहर जाना पड़ा. फिर क्लासेन और यानसेन ने छठे विकेट के लिए 77 गेंदों पर 151 रन जोड़े, जो अब वनडे के साथ-साथ वर्ल्ड कप इतिहास में इंग्लैंड के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के लिए रिकॉर्ड है।