Mbns news रायपुर||नई दिल्ली।
महादेव एप के न केवल छत्तीसगढ़ प्रदेश में बल्कि देश में चर्चा हो रही है. इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में महादेव एप के कर्ताधर्ता सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के पाकिस्तान के लिए इसी तरह सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म विकसित करने गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के भाई से हाथ मिलाने की बात सामने आई है।
जानकारी के अनुसार, गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के भाई मुस्तकीम इब्राहिम कासकर के संरक्षण में पाकिस्तान में ‘खेलोयार’ नाम का महादेव एप की तरह एक एप चलाया जा रहा है. इस काम के लिए सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल और उनकी टीम को तो पैसा मिल ही रहा है, उसके साथ मुस्तकीम कासकर ने चंद्राकर को अपने भरोसेमंद सुरक्षा गार्ड और 20 से 30 बाउंसर उपलब्ध कराया है।
महादेव बुक एप के साथ सफलता का स्वाद चखने के बाद सौरभ चंद्राकर संयुक्त अरब अमीरात में कुछ प्रभावशाली लोगों के संपर्क में आया, जिन्होंने चंद्राकर को मुस्तकीम कासकर से मिलवाया. कासकर सट्टेबाजी प्लेटफार्मों के विचार से प्रभावित हुए जब उन्हें पता चला कि चंद्राकर और उप्पल महादेव सट्टेबाजी एप के जरिए रोजाना 200 करोड़ रुपए से अधिक कमा रहे हैं. कासकर ने इसके बाद चंद्राकर और उप्पल को पाकिस्तान के लिए एक समान सट्टेबाजी मंच तैयार करने के लिए कहा।
पाकिस्तानियों के लिए बनाया गया ‘खेलो यार’ एप ‘महादेव बुक’ एप की तरह ही एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जिसमें कई गेम हैं, जिन पर पाकिस्तानी रुपए में दांव लगाकर जीता जा सकता है. ‘खेलो यार’ एप को मुस्तकीम कासकर का पाकिस्तान के सिंध प्रांत में बैठे सहयोगी द्वारा चलाया जा रहा है, जिसमें सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहयोग कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, मुस्तकीम कासकर के पास दुबई का रेजिडेंट वीजा है, जिसके बारे में कहा जाता है कि उसने 1997 में पाकिस्तान द्वारा जारी पासपोर्ट का उपयोग करके इसे हासिल किया था. कहा जाता है कि कासकर 1986 में अपने भाई दाऊद इब्राहिम और अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भारत से भाग गया था. तब से, वह संयुक्त अरब अमीरात, पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच घूमता रहा है।
बता दें कि दाऊद इब्राहिम के छह भाई हैं, जिनमें से तीन नूरा, हुमायूं और साबिर की मौत हो चुकी है. बाकी तीन भाई – अनीस, इकबाल और मुश्तकीम – जीवित हैं. इकबाल भारत में रहता है, वहीं अनीस और मुस्तकीम दाऊद इब्राहिम के साथ कराची में रहते हैं।