Mbns news रायपुर|| रायगढ़ ।
रायपुर क्राइम ब्रांच और सिविल लाइन थाने की पुलिस ने शनिवार को रायगढ़ में 4 सटोरियों को पकड़ने के लिए शहर में उनके ठिकानों पर दबिश दी। राजधानी पुलिस के आने की सूचना मिलते ही सटोरिए अंडरग्राउंड हो गए। मामला रायपुर में सट्टे के खिलाफ की गई कार्रवाई से जुड़ा हुआ है। रायपुर के सिविल लाइन और पंडरी थाना क्षेत्र में क्रिकेट सट्टा को लेकर शिकायत दर्ज की गई थी, जिसके बाद पुलिस ने राजधानी में शीमर्स क्लब चलाने वाले नितिन मोटवानी को पकड़ा। जब उसके लैपटाप और मोबाइल खंगाले गए तो पुलिस को रायपुर बिलासपुर के साथ ही रायगढ़ के कुछ खारईवालों को सट्टा का लिंक देकर कटिंग लेने के लिए सिंडिकेट बनाने की जानकारी मिली। रायपुर क्राइम ब्रांच ने इस मामले से जुड़े कुछ लोगों को हिरासत में लिया। इसके बाद पुलिस की टीम रायगढ़ पहुंची। नितिन मोटवानी से मिले इनपुट के बाद शहर के सटोरिए सानू बेरीवाल, करण अग्रवाल, दीपक भूटानी उर्फ सिंधी, एजाज उर्फ मन्नू की गिरफ्तारी की तैयारी की गई थी।आशंका है कि विभाग के खबरियों से ही सटोरियों को राजधानी पुलिस के आने की भनक लगी और वे फरार हो गए। वहीं पुलिस जांजगीर के सटोरिए अरूण सक्ती उर्फ अरूण अग्रवाल का लिंक भी तलाश रही है। क्रिकेट सट्टा
के मामले में एक बड़ा नाम अतुल अग्रवाल रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ का रहने वाला है। तीन साल पहले रायपुर में हुए भी बड़ी कार्रवाई में अतुल बचकर निकल गया था।
रायपुर पुलिस को रायगढ़ के जिस सानू बेनीवाल की तलाश है। वह पंचवरटी कालोनी में रहता है। दीपक भूटानी रातों रात अमीर बनने के चक्कर में उसने क्रिकेट सट्टे की खाईवाली शुरू कर दी। करण अग्रवाल जिले का सबसे बड़ा खाईवाल बताया जाता है। रायपुर पुलिस की लिस्ट में चौथा नाम एजाज उर्फ़ मनू का है इंदिरा नगर इलाके में रहता है। शहर के सटोरियों के तार दुबई व मुंबई के बुकियों से हैं। इसमें एक और नाम इमरान उर्फ सोनू का है। वह पहले कुख्यात सटोरिया रहे जावेद का साथी था।