1875 की क्रांति में रानी अवंती बाई के योगदान बलिदान को याद किया, बताया- देश का गौरव

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MBNS NEWS, रायपुर | धरती रोई, अंबर रोया, रोई सब तरूणाई थी, मातृभूमि की आन की खातिर लड़ी अवंती बाई थी… 1857 के शीर्ष क्रांतिकारियों में रामगढ़ की रानी अवंती बाई भी शामिल हैं। घुघरी की पहाड़ियों पर जब अंग्रेजों ने चारों ओर से घेर लिया, उन्होंने बंदी बनने के बजाय मृत्यु को स्वीकार करना उचित समझा। 20 मार्च 1958 को उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी।

शनिवार को उनका बलिदान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जिला चिकित्सालय स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के भी कई कार्यक्रम हुए। कई जगहों पर सभा आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यहां मौजूद लोगों को देश की आजादी में रानी अवंती बाई के याेगदान और बलिदान के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

स्वाभिमान की रक्षा के लिए वीरांगना बनना चाहिए: महंत

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने उन्हें याद करते हुए कहा, देश की नारियों को रानी से सीख लेते हुए विपरीत परिस्थितियों में जज्बे के साथ खड़ा रहना चाहिए और जरूरत पड़े तो अपनी आत्मरक्षा व अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए वीरांगना का रूप भी धारण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि रानी अवंती बाई ने अपनी ओर से क्रांति का संदेश देने आसपास के सभी राजाओं और प्रमुख जमींदारों को चिट्ठी के साथ कांच की चूड़ियां भिजवाईं। उस चिट्ठी में लिखा था- देश की रक्षा करने के लिए या तो कमर कसो या चूड़ी पहनकर घर में बैठो।

अवंती बाई का नाम हमेशा गर्व से लिया जाएगा: भूपेश

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बलिदान दिवस पर रानी अवंती बाई को श्रद्धांजलि दी। सीएम ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का जब भी जिक्र आएगा, रानी अवंती बाई का नाम गर्व और सम्मान के साथ लिया जाएगा। वे साहस और शौर्य की प्रतिमूर्ति थीं। उन्होंने अपने स्वाभिमान और राज्य की रक्षा के लिए अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों का साहसपूर्वक विरोध किया और 1857 के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में मातृभूमि की रक्षा करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। भारत का इतिहास रानी अवंती बाई लोधी जैसी नारियों की शौर्य गाथाओं से भरा हुआ है। इन वीरांगनाओं की गाथाएं आज भी हमें शौर्य, बलिदान और देशभक्ति की प्रेरणा देती हैं।

संस्कृति विभाग… वीरांगना के सम्मान में बरसाए फूल

निगम के संस्कृति विभाग ने जिला अस्पताल स्थित प्रतिमा के सामने सभा आयोजित कर वीरांगना रानी अवंती बाई को श्रद्धांजलि दी। उनके सम्मान में फूल भी बरसाए। इस दौरान विधायक कुलदीप जुनेजा, एमआईसी मेंबर आकाश तिवारी, जोन अध्यक्ष प्रमोद साहू आदि मौजूद रहे।

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