MBNS NEWS, रायपुर | प्रदेश में सड़क हादसों में सबसे ज्यादा बाइक सवारों की जान जा रही है। यही नहीं, हिट एंड रन के भी मामले चिंताजनक हैं। ज्यादातर हादसों में हेलमेट नहीं पहनने के कारण मौत की वजह सामने आई है। इसे लेकर सभी जिलों में विशेष अभियान चलाए जाएंगे। पुलिस मुख्यालय से जारी रिपोर्ट के मुताबिक इस साल तीन महीने में ही सड़क हादसों में 428 लोगों की जान चली गई। हालांकि इनमें 276 मामले ऐसे हैं, जिनमें बाइक सवार की ही गलती सामने आई है। इसी तरह ट्रैक्टर से होने वाली दुर्घटनाओं में 124, ट्रक, ट्रेलर या टैंकर से 265 और हिट एंड रन से 337 लोगों की जान गई है।
पुलिस की रिपोर्ट में ये बातें सामने आई हैं कि नेशनल या स्टेट हाईवे से ज्यादा शहर व गांव की सड़कों में होने वाले हादसों से ज्यादा लोगों की जान गई है। नेशनल हाइवे में 493 हादसों में 549 लोग, स्टेट हाइवे में 348 घटनाओं में 386 लोगों की मौत हुई है जबकि अन्य सड़कों पर करीब 818 सड़क हादसों की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
इनमें मरने वालों की संख्या 856 है। हादसों के लिए जो प्रमुख कारण सामने आए हैं, उसमें गाड़ियों के फिटनेस या तकनीकी खराबी, गलत पार्किंग, ओवरलोडिंग, रांग साइड ड्राइविंग, नशे में गाड़ी चलाने के साथ-साथ हिट एंड रन व मोबाइल से बातचीत शामिल है।
बाइक सवार हेलमेट पहनेंगे तो नुकसान कम
एआईजी ट्रैफिक संजय शर्मा के मुताबिक सड़कों में जो तकनीकी खामियां हैं, उन्हें दूर करने के लिए लीड एजेंसी के सदस्य लगातार निरीक्षण करते हैं। एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी या अन्य एजेंसियों को जो भी तकनीकी खराबी हैं, उन्हें दूर करने के लिए कहा जाता है।
बाइक सवार जो सड़क हादसों का शिकार हो रहे हैं, उनमें खड़ी गाड़ियों से टकरा जाने के मामले भी हैं। मोबाइल पर बात करते हुए गाड़ी चलाने की वजह से भी दुर्घटनाएं बढ़ी हैं। बाइक सवार हेलमेट लगाएंगे तो दुर्घटनाओं और उससे होने वाला नुकसान घट जाएगा। यही वजह है कि हेलमेट के लिए जिलों में विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।