रायपुर। Kamar Chhat Festival : भादो कृष्णपक्ष की षष्ठी तिथि मंगलवार को है। इस अवसर पर माताएं सुबह से निर्जला व्रत रखेंगे और शाम को मोहल्ले, कॉलोनियों में सगरी के चारों तरफ बैठकर कथा सुनकर संतान की लंबी उम्र की कामना करेंगी।
वही रायपुरा महादेव घाट रोड के करीब कॉलोनी में महिलाए बहुत ही उत्साह और श्राद्धा के साथ कमरछठ माता की पूजा करते नज़र आयी |
इस तिथि के पूजा महत्व को देखते हुए दिनभर बाजारों में रौनक रही।इसके लिए उपयोगी सामग्री खरीदने मंगलवार को बाजार में महिलाओं की भीड़ रही। पर्व की पूर्व संध्या पर शहर के बाजार में पसहर चावल 20 से 50 रुपये प्रति गिलास बिक रहा था।
बता दें कि यह चावल बिना हल के ही खेतों में पैदा होता है। हलषष्ठी के पर्व पर इस चावल की मांग अधिक होती है। माना जाता है कि इस चावल से ही व्रत तोड़ने की सदियों पुरानी परंपरा है। कमरछठ पर्व को महिलाएं पूरे उत्साह के साथ मनाती हैं। शहर के विभिन्न् मंदिरों में इस दिन भीड़ रहती है। ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज तिवारी के मुताबिक हलषष्ठी देवी को धरती का स्वरूप माना जाता है। इसलिए इस दिन हल चले जमीन पर माताएं नहीं चलतीं और हल से जोती हुई जमीन से उपार्जित अन्न् का उपयोग नहीं करती हैं। इसलिए ऐसी सामग्री जो स्वमेव ही पैदा हुई होती हैं उनकी मांग इस दिन बढ़ जाती है।