Mbns news रायपुर|| कांग्रेस विधानसभा चुनाव में एससी वोटरों को अपने पाले में करने के लिए मिनीमाता का सहारा ले रही है। प्रदेश की पहली महिला सांसद मिनीमाता की पुण्यतिथि पर कांग्रेस जांजगीर में बड़ा आयोजन करने जा रही है, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हो सकते हैं।
वर्तमान में प्रदेश की एससी वर्ग के लिए आरक्षित दस सीट में से सात पर कांग्रेस, दो पर भाजपा और एक पर बसपा के विधायक हैं। एससी वर्ग से आने वाले कांग्रेस के सात विधायकों में से पांच ने 30 हजार से ज्यादा वोट से जीत दर्ज की है।
रमन सरकार में मंत्री रहे दयालदास बघेल को पिछले चुनाव में अपनी सीट गंवानी पड़ी थी। एससी वर्ग की दो सीट सारंगढ़ और सराईपाली में कांग्रेस प्रत्याशी ने 50 हजार से ज्यादा वोट से जीत दर्ज की थी। पिछला रिकार्ड दोहराने के लिए कांग्रेस जुगत कर रही हैं। वहीं, भाजपा भी पहली बार एससी मोर्चा की राष्ट्रीय बैठक एक अगस्त को रायपुर में करने जा रही हैं।
दरसअल, प्रदेश में तीन बार भाजपा की सरकार बनी, तब एससी वर्ग के लिए आरक्षित दस में से सात-आठ सीट भाजपा के पाले में थी। पिछले चुनाव में एससी वर्ग के आरक्षण में कटौती से नाराजगी का असर देखने को मिला और भाजपा सिर्फ दो सीट ही जीत पाई। इसमें रमन सरकार में मंत्री रहे पुन्नूलाल मोहिले मुंगेली और पूर्व मंत्री केएम बांधी मस्तुरी से जीत पाए।
कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद एससी वर्ग के आरक्षण में एक फीसद की बढोतरी का दांव खेला। विधानसभा में कांग्रेस ने जो आरक्षण संशोधन विधेयक पास कराया, उसमें एससी वर्ग के लिए 12 की जगह 13 फीसद आरक्षण दिया गया। हालांकि यह विधेयक राजभवन में अभी तक लंबित है। भूपेश सरकार में एससी वर्ग से दो मंत्री डा शिव डहरिया और गुरु रुद्र को जगह मिली। मिनीमाता गुरु रुद्र की दादी हैं। अब उनके नाम पर कांग्रेस एससी वोटरों को अपने पाले में करने की कोशिश कर रही है।
जांजगीर-चांपा में मल्लिकार्जुन खरगे की सभा इसलिए कराई जा रही है, क्योंकि यहां की एससी वर्ग की सीट कांग्रेस के खाते में नहीं है। यहां भाजपा और बसपा उम्मीदवार की जीत हुई। यही नहीं, मस्तुरी में तो कांग्रेस तीसरे स्थान पर खिसक गई थी।पिछले विधानसभा चुनाव में मस्तुरी में भाजपा 14 हजार वोट और मस्तुरी में आठ हजार से ज्यादा वोट से जीती थी। पामगढ़ में बसपा की इंदू बंजारे को जीत मिली। इंदू ने कांग्रेस के गोरेलाल बर्मन को 3061 वोट से हराया था।
मिनीमाता प्रदेश की पहली महिला सांसद हैं। वह वर्ष 1951 से 1971 तक लोकसभा सदस्य रहीं। अविभाजित मध्यप्रदेश में बिलासपुर-दुर्ग-रायपुर आरक्षित सीट से लोकसभा की प्रथम महिला सांसद चुनी गईं। परिसीमन में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित जांजगीर लोकसभा क्षेत्र से वह चार बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची।