Mbns news रायपुर||छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव-2023 के मद्देनजर घोषणाओं, ऐलानों और वादों के साथ राजनीतिक पार्टियां चुनावी मैदान में उतर रही है. बहुजन समाज पार्टी चुनाव को लेकर बाकी दलों से एक कदम आगे ही चल रही है. बसपा ने सबसे पहले प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया. पहली सूची में 9 प्रत्याशी की घोषणा के बाद अब बसपा ने चुनावी वादों को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है।
बसपा ने किसानों से वादा किया है कि अगर सरकार बनी तो प्रति क्विंटल 4 हजार कीमत पर धान खरीदी होगी. वहीं 3 हजार रुपये में मक्का की खरीदी होगी. साथ ही प्रदेश में शराबबंदी को लेकर भी पहल होगी. बसपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत पोयाम ने लल्लूराम डॉट कॉम से विशेष बातचीत में कहा कि पार्टी की ओर से घोषणा-पत्र जारी नहीं किया जाएगा, लेकिन चुनाव को लेकर हमने कुछ वादे जरूर किए हैं. वहीं पार्टी प्रत्याशियों की ओर से विधानसभा क्षेत्रों के हिसाब से जनता के बीच मुद्दे तय किए जाएंगे।
हेमंत पोयाम ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के वादा खिलाफी को लेकर जनता के बीच लेकर जाएंगे. पार्टी की ओर से सबसे बड़ा मुद्दा अनुसूचित जाति-जनजाति पर हो रहे अत्याचार का होगा. छत्तीसगढ़ में फर्जी जाति के सहारे नौकरी का मुद्दा जोर-शोर चुनाव में उठाया जाएगा. शराबबंदी का विषय भी बड़ा है।
गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा, इस पर निर्णय पार्टी सुप्रीमो मायावती लेंगी, लेकिन हमारी चर्चा सर्व आदिवासी समाज के साथ चल रही है. सर्व आदिवासी समाज से सहमति बनने पर कुछ सीटों पर गठबंधन हो सकता है. गठनबंधन हुआ तो निश्चित ही फायदा होगा. बसपा बिलासपुर संभाग से जीतती है, लेकिन इस चुनाव में आदिवासी सीटों पर गठबंधन की स्थिति में जीत संभव है।