Mbns news रायपुर|| नियामी।
अफ्रीकी देश नाइजर में सैनिकों ने बुधवार की रात राष्ट्रपति मोहम्मद बज़ौम का तख्तापलट कर दिया. नाइजर सेना की घोषणा के कुछ घंटों बाद राष्ट्रपति की सुरक्षा में लगे कुलीन गार्ड ने बजौम को उनके आधिकारिक आवास से हिरासत में लिया।
राष्ट्रीय टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान में कर्नल-मेजर अमादौ अब्द्रमाने ने कहा कि रक्षा और सुरक्षा बलों ने उस शासन को खत्म करने का फैसला किया है, जिससे आप परिचित हैं. ये सुरक्षा में हो रही लगातार गिरावट, खराब सामाजिक और आर्थिक प्रबंधन का परिणाम है। नाइजर सेना ने कहा कि देश की सीमाएं बंद कर दी गईं और देशव्यापी कर्फ्यू घोषित कर दिया गया. इसके साथ ही देश के सभी संस्थानों को भी बैन कर दिया गया है. कर्नल-मेजर अब्द्रमाने जिस वक्त अपना बयान पढ़ रहे थे, उस वक्त उनके बगल में नौ अन्य अधिकारी साथ में मौजूद थे. ये समूह खुद को देश की सुरक्षा राष्ट्रीय परिषद बता रहा है.
इसके साथ ही उन्होंने किसी भी विदेशी हस्तक्षेप के खिलाफ चेतावनी भी दी. इस तख्तापलट की कोशिशों के एक दिन पहले ही राष्ट्रपति ने बताया था कि कुलीन गार्ड यूनिट के सदस्य रिपब्लिकन विरोधी प्रदर्शन में शामिल थे।
नाइजर न्यूज एजेंसी के मुताबिक, बज़ौम को विद्रोही ताकतों ने महल में कैद करके रखा है. हालांकि, ये अभी तक पता नहीं चल पाया है कि कर्नल-मेजर अब्द्रमाने की घोषणा के समय राष्ट्रपति कहां थे. उन्होंने इस्तीफा दे दिया था या नहीं.
1960 में फ्रांस से आजादी के बाद से नाइजर में चार बार तख्तापलट हो चुका है. इसके अलावा कई बार तख्तापलट की कोशिश भी की गई है. नाइजर को फ्रांस और अन्य पश्चिमी देशों का करीबी सहयोगी माना जाता है. नाइजर के राष्ट्रपति बज़ौम को साल 2021 में लोकतांत्रिक रूप से चुना गया था।