MBNS न्यूज़ दंतेवाड़ा || छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए खोला गया प्रदेश का सबसे पहला हेल्थ सेंटर को बंद कर दिया गया। लगभग 1 साल तक नक्सल क्षेत्र की महिलाएं इसका लाभ उठा रही थीं। लेकिन अब इस हेल्थ कॉल सेंटर में ताला लगा हुआ है।
हेल्थ सेंटर के कर्मचारी वहां के गर्भवती महिलाओं एवं उनके परिजनों को स्थानीय बोली हल्बी एवं गोंडी भाषा में बात करते थे,प्रसव की तारीख नजदीक आते ही गर्भवती महिलाओं को कम से कम एक हफ्ते पहले उनका हाल जानने के लिए कॉल करना शुरू कर दिया जाता था। हेल्थ कॉल सेंटर के बंद होने से वहां के कर्मचारी अब बेरोजगार हो गए हैं एवं नक्सल प्रभावित वहां के अलग अलग गांव में प्री बर्थ वेटिंग रूम की भी सुविधा थी जो अब गर्भवती महिलाओं को नही मिल पा रही है। दंतेवाड़ा जिले के तत्कालीन कलेक्टर दीपक सोनी ने जावंग एजुकेशन सिटी में इस सुविधा की शुरुवात किया था।