Mbns news रायपुर|| विधानसभा चुनाव होने में अभी दो से तीन महीने का वक़्त है लेकिन अलग-अलग दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग अपने चरम पर है। सीटों के बंटवारे को लेकर माथापच्ची कर रही भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों के नेता एक बार फिर से एक-दुसरे पर हमलावर नजर आ रहे है। टिकट वितरण को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख के बयान पर इस बार पलटवार का जिम्मा भाजपा की तेजतर्रार महिला नेत्री और राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने संभाल रखा था।
दरअसल दीपक बैज ने कहा था कि भाजपा 21 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है, पार्टी अभी उसपर ही माथा पच्ची कर रही है। बैज के इसी बयान पर पलटवार करते हुए सांसद सरोज पांडेय ने कहा कि बीजेपी की माथापच्ची को पीसीसी चीफ न देखें। सांसद ने कहा दीपक बैज को अभी बोलना नहीं आता, वे बच्चे हैं, उन्हें बोलना सीखना चाहिए।
सरोज पांडे ने महादेव एप को लेकर सरकार और मुख्यमंत्री को जोरदार ढंग से घेरते हुए कहा कि ईडी की कारवाई के बाद जितने बदहवास मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिख रहे हैं, उससे साफ समझ में आ रहा है कि इन तमाम घोटालों का किंगपिन और पॉलिटिकल मास्टर कौन है। इतने बदहवास तो मुख्यमंत्री भूपेश जी तब भी नहीं दिखे थे जब उनकी नजदीकी उप सचिव जेल गयी थी। अगर मुख्यमंत्री पाक-साफ होते तो न केवल ईडी की तमाम कारवाई का स्वागत करते, जांच में पूरा सहयोग करते बल्कि एजेंसी को धन्यवाद भी देते कि छत्तीसगढ़ को इस बेदर्दी से लूटने वालों पर कार्रवाई कर रही है।
भाजपा नेता ने कहा कि उल्टे ईडी के खिलाफ न केवल रायपुर और दिल्ली तक प्रेस कॉन्फ्रेंस आदि की जा रही है बल्कि ईडी के अधिकारियों के खिलाफ गाली-गलौज और हिंसा भी की जा रही है। जिस तरह भिलाई में अपना काम कर रहे अधिकारियों के खिलाफ आरोपियों के गुंडों ने हिंसा करने की कोशिश की, बल्कि गाड़ियों में तोड़-फोड़ भी किया इससे छत्तीसगढ़ बदनाम हो रहा है। कांग्रेस के नेताओं के संरक्षण में इस तरह की हिमाकत करने वालों पर कड़ी कार्रवाई मुख्यमंत्री को करनी चाहिए। इसी तरह 75 सीट जीतकर भाजपा को रिटर्न गिफ्ट देने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरोज पांडेय ने कहा मुख्यमंत्री मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं। लेकिन उनका यह सपना कभी पूरा नहीं होगा।