Mbns news रायपुर|| प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने शनिवार को राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा. इस दौरान पूर्व सीएम और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडेय, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, सांसद सुनील सोनी, विधायक बृजमोहन अग्रवाल समेत अन्य नेता उपस्थित रहे।
मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, सभी वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्रीगण और पूरी भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ लोग महामहीम से मिलकर आज छत्तीसगढ़ की जो स्थिति है और को हालात हैं, कानून की व्यवस्था इतनी जर्जर हो चुकी है, खुलेआम दिनदहाड़े लूट हत्या बलात्कार, जशपुर में शर्मनाक घटना हुई. शिक्षक दिवस के दिन आदिवासी शिक्षिका के साथ बलात्कार की घटना होती है. रायपुर में घटना होती है. बस्तर में तो हालत यह है कि इतनी घटना होने के बाद भी वहां पोटा केबिन में बलात्कार होने के बाद ना करवाई हुई ना उसकी FIR हुई. सबसे बड़ी बात ये है कि इन घटनाओं को लगातार बढ़ावा मिल रहा है. पुलिस प्रशासन और सरकार के संरक्षण में इस प्रकार के तत्व बच रहे हैं।
रमन सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था को ठीक करने के लिए महामहिम से शक्ति के साथ सरकार से जवाब मांगे हैं. जो दिन पर दिन कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है, पुलिस का काम और पुलिस का विषय सिर्फ जुआ सट्टा और अपराध सट्टा की वजह से इस प्रकार की अपराध बढ़ रहे हैं. उस पर अंकुश लगाने में सरकार असफल रही है. भारतीय जनता पार्टी ने इस विषय को लेकर चिंता व्यक्त की है।
प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गृहमंत्री को लेकर डॉ रमन सिंह ने कहा कि जो गृहमंत्री की धमक, जो सरकार की धमक होनी चाहिए वह पूरा समाप्त हो चुका है. अपराधी तत्वों को पुलिस का पूरा संरक्षण मिल रहा है. ये चिंताजनक बात है. इस विषय को लेकर भारतीय जनता पार्टी प्रदर्शन करेगी. सभी जिलों में जहां-जहां ये घटना ज्यादा हो रही है, हम लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं
और आगे आने वाले समय में भी इसको लेकर प्रदर्शन करेंगे।
वहीं प्रदेश अरुण साव ने कहा कि महामहिम राज्यपाल से मिलकर राज्य में बहू-बेटियों के साथ जो लगातार अनाचार, अत्याचार की घटनाएं हो रही हैं और राज्य में जो कानून व्यवस्था की स्थिति हुई है, अपराधियों के हौसले बुलंद हुए हैं, उसको लेकर राज्यपाल से हमने पार्टी की चिंता व्यक्त की है. उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति संभालने में पूरी तरह से विफल साबित हो रही है. जिस प्रकार से रक्षाबंधन के दिन दो बेटियों के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना होती है, शिक्षक दिवस के दिन एक शिक्षिका के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना होती है, सुकमा में 6 साल की बेटी के साथ अनाचार होता है, ऐसे लगातार घटनाएं बहू-बेटियों के साथ हो रही है और सरकार हाथ पे हाथ-धरे बैठी है.
साव ने कहा कि सरकार केवल भ्रष्टाचार में लिप्त है, घोटाले में लिप्त है. इन्हीं सब मुद्दे को लेकर आज राज्यपाल को हमने ज्ञापन दिया है कि वे सरकार को कड़ाई से निर्देश दें कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक करें।