अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने इस वर्ष भारत की विकास दर 11.5 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है। यदि यह अनुमान सही साबित होता है तो कोरोना संकट के इस दौर में भारत दुनिया का ऐसा एकमात्र देश होगा जिसकी वृद्धि दर दहाई अंक में होगी।
इस अनुमान ने एक बार फिर भारत को सबसे तेज़ी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था वाला देश बना दिया है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का कहना है कि पिछले वर्ष भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर का अनुमान 8 प्रतिशत था। कोष ने ताज़ा अनुमान में कहा है कि इस वर्ष चीन की वृद्धि दर 8.1 प्रतिशत, स्पेन की 5.9 और फ्रांस की 5.5 प्रतिशत रहने का रहने का अनुमान है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुसार, अगले वर्ष यानी 2022 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत जबकि चीन की 5.6 प्रतिशत रहने की संभावना है।
इस महीने के शुरु में, कोष की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा था कि भारत ने कोरोना और अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव से निपटने के लिए वास्तव में बहुत ठोस कदम उठाए हैं।